सेवाग्राम आश्रम |
सेवाग्राम आश्रम
महाराष्ट्र राज्य में नागपूर के समीप वर्धा जिले में सेवाग्राम अवास्थित है। यह गांधीजी का मुख्यालय था। 1934-1940 के बीच गांधीजी के प्रयोगों की भूमि भी रहा है। जैसे लोग गावों में रहते है, गांधीजी भी यहाँ उसी तरह रहते थे।ं बिना बिजली के, और बिना टेलीफान के, स्थानीय स्तर पर जो चीजें उपल्बध हो पाई उन्हीं से गांधीजी ने इस आश्रम का निमार्ण स्वयं किया। आप यहाँ बापू की रसोई भी देख सकते हैं। सबसे पहले जो कुटी बनाई गयी उसका नाम था आदि निवास, जो कि एक प्रार्थना स्थल है। गांधीजी औश्र कस्तूरबा जहाँ रहते थे वह बापू कुटी और बा कुटी भी यहीं है। आखिरि निवास :- नोआखली जाने से पहले बापू कुछ दिनों के लिए यहीं रूके थे। फिर वे कभी नहीं लौटे। उनकी वजन करने की मशीन आज भी यहाँ सुरक्षित है। परचुरे कुटी :- श्री. परचुर,s संस्कृत के प्रकांड विद्वान तथा निमार्ण कार्यकर्ता थे। वे कुष्ठरोग से ग्रस्त थे। इसी झोपड़ी में गांधीजी उनकी देखभाल किया करते थे। महादेव कुटी :- यह गांधीजी के सचिव महादेव भाई देसाई का निवास स्थान है। किशोर निवास :- यह इकलौता भवन है जो ईंट-सीमेंट से बना है। गांधीजी के निकट सहयोगी और हरिजन साप्ताहिक के अंशकालिक संपादक किशोरलाल मशरूवाला यही रहते थे। रूस्तम भवन :- यह चार कमरों वाला अतिथि गृह है। 1991 में सरकार ने यहाँ एक चित्र-प्रदर्शनी की स्थापना की। 1982 में यही पर अभ्यागतों के लिए यात्री-निवास भी बनाया गया, जहाँ संगोष्ठियाँ और प्रशिक्षण-शिविर भी आयोजित किये जाते है। बुनियादी शिक्षा के लिए नयी तालीम परिसर भी है। यहाँ कैसे पहुँचे :- सेवाग्राम, नागपूर से 75 किलोमीटरकी देरी पर स्थित है। दिल्ली से नागपूर और वहाँ से सेवाग्राम जाया जा सकता है। मुंबई से 750 किलोमीटर की दूरी पर वर्धा उतर कर भी सेवाग्राम जा सकते हैं। वर्धा से सेवाग्राम मात्र 8 किलोमीटर दूर है। यात्रा का सर्वोत्तम समय :- अक्तूबर से मार्च संपर्क :- सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान, सेवाग्राम, वर्धा - 442 101, महाराष्ट्र, भारत. दूरभाष - 91-7152-84753/84754 अतिरिक्त जानकारी के लिए संपर्क करें :- |